राजधानी शिमला, सोलन और सिरमौर समेत हिमाचल के छह जिलों को शहरी गैस वितरण परियोजना में शामिल किया है। इस गैस वितरण प्रणाली के माध्यम से प्रदेश के 60 हजार से अधिक घरों को पाइपलाइन से गैस आपूर्ति होगी।
राज्य में 55 से अधिक पीएनजी स्टेशन स्थापित होंगे और रसोई के अतिरिक्त संबंधित औद्योगिक और व्यावसायिक इकाइयों को भी प्राकृतिक गैस दी जाएगी। ऊना, हमीरपुर और बिलासपुर को भी योजना में शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से विज्ञान भवन दिल्ली में देश के 65 भौगोलिक क्षेत्रों में विभाजित 129 जिलों में नगर गैस वितरण योजना का शिलान्यास किया।
वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला के पीटरहॉफ में इंडियन ऑयल गैस प्राइवेट लिमिटेड (आईओएजी) की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में पहुंचकर इस योजना में हिमाचल के छह जिलों का शामिल करने पर प्रधानमंत्री का धन्यवाद किया।
इन जिलों में स्थानित होगा गैस वितरण नेटवर्क विकसित
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि आज का दिन देश के लिए ऐतिहासिक है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आधी जनसंख्या को सुविधाजनक, पर्यावरण अनुकूल और सस्ती प्राकृतिक गैस उपलब्ध करवाने के लिए इस परियोजना का शिलान्यास किया है।
उन्होंने कहा कि आईओएजी सिरमौर, सोलन और शिमला जिलों में गैस वितरण नेटवर्क विकसित करेगी, जबकि बिलासपुर, हमीरपुर और ऊना जिलों में यह कार्य भारत गैस रिसोर्सेज लिमिटेड की ओर से किया जाएगा।
इससे बढ़ते वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने और जनस्वास्थ्य में सुधार लाने में मदद मिलेगी। आने वाले वर्षों में निवेश की संभावनाएं और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
इंडियन ऑयल निगम लिमिटेड और आईओएजी की सहायता से चंडीगढ़ के साथ-साथ प्रदेश के परवाणू, बरोटीवाला और बद्दी में शहरी गैस वितरण प्रणाली विकसित की जा रही है। आईओएजी के निदेशक विपणन गुरमीत सिंह ने शहरी गैस वितरण परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले मंत्री किशन कपूर, महापौर कुसुम सदरेट, प्रदेश सरकार और आईओएजी के वरिष्ठ अधिकारी इस अवसर पर उपस्थित थे।
ऊना से पीएनजी नेटवर्किंग के कार्य का शुभारंभ
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बताया कि कोयला एवं अन्य ईंधनों की तुलना में प्राकृतिक गैस उत्कृष्ट है। प्राकृतिक गैस पेट्रोल की तुलना में 60 प्रतिशत और डीजल की तुलना में 40 प्रतिशत सस्ती है। इसी प्रकार पीएनजी के रूप में एलपीजी की बाजार दर की तुलना में 40 प्रतिशत सस्ती है।
हिमाचल में रसोई गैस को सीधा घरों तक पहुंचाने की महत्वाकांक्षी परियोजना का वीरवार ऊना से विधिवत शुभारंभ हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से सीजीडी (शहरी गैस वितरण) परियोजना की आधारशिला रखी।
इस योजना के तहत पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) को पाइपलाइन के जरिये घराें तक पहुंचाया जाना है। वहीं, ऊना में सांसद अनुराग ठाकुर ने नेटवर्किंग का कार्य शुरू कराया।
सांसद ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा आमजन के हित में उठाया गया यह बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक गैस को 21वीं शताब्दी के ईंधन के रूप में देखा जाता है।